उज्जैन में आने वाले श्रद्धालुओं को मिली बड़ी सौगात। बहुत जल्द उज्जैन में रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर तक केबल कार चलेगी।
उज्जैन शहर में एजेंसी सर्वे पूरा कर चुकी है। एजेंसी दो रूट का प्लान बनाकर कर ले गई है, लेकिन सबसे ज्यादा चांसे यही हैं कि रोप वे की शुरुआत रेलवे स्टेशन से होगी। अंतिम छोर महाकाल मंदिर होगा। इसकी जानकारी आज केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने दी।
नितिन गडकरी ने आज अपने ट्विटर पर जानकारी देते हुए बताया कि 209 करोड़ रुपए की लागत से उज्जैन रेलवे स्टेशन से महाकाल मंदिर तक बनने वाले रोपवे से 5 मिनट में 2 किमी की दूरी तय की जाएगी। इसके लिए जुलाई 2023 से इसका निर्माण काम शुरू हो जाएगा। रोपवे स्टेशन पर यात्री प्रतीक्षालय, फूड जोन और पार्किंग की व्यवस्था भी मिलेगी।
इन दो रूट्स पर बनी सहमति
कलेक्टर ने बताया कि रोप वे बनाने के लिए फिलहाल दो रूट देखे जा रहे हैं। पहला- रेलवे स्टेशन से गदा पुलिया होकर महाकाल मंदिर की पार्किंग होता हुआ महाकाल मंदिर प्रशासक कार्यालय के सामने तक। दूसरा- रेलवे स्टेशन से बेगम बाग होता हुआ उर्दू स्कूल और फिर प्रशासक कार्यालय तक पहुंचेगा। किस रूट में क्या समस्या है या कौन सा रूट ज्यादा बेहतर होगा, इस पर निर्णय लेने के बाद काम शुरू होगा।
ये भी जानिए, उज्जैन को कैसा मिला रोप वे...
उज्जैन से अलग-अलग शहरों को जोड़ने वाली सड़कों के शिलान्यास के लिए नितिन गडकरी 24 फरवरी 2022 को पहुंचे थे। इस दौरान मंच से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नितिन गडकरी की तारीफ करते हुए कहा था कि नितिन जी आजकल नया करने में जुटे हैं। कहीं पर समुद्र में प्लेन उतार रहे हैं, तो कहीं शहरों में हवा में बस चलने वाली है। उज्जैन में भी लाखों श्रद्धालु महाकाल मंदिर में दर्शन करने पहुंचते हैं। यहां भी बाबा के भक्तों के आवागमन को सरल बनाने के लिए रोप वे तैयार करवा दीजिए। इस पर नितिन गडकरी ने भी CM शिवराज को फौरन जवाब देते हुए कहा था कि आप प्रपोजल बनवाकर भिजवा दीजिए, जल्द ही काम शुरू कर देंगे।